अद्वैत वेदांत मराठी पॉडकास्ट

अद्वैत वेदांतावरील प्रवचने, पुस्तक वाचन आणि वेदांत साधक व अनुभवसिद्ध व्यक्तिंसोबत मराठी भाषेत चर्चा. ह्या पॉडकास्ट मध्ये अद्वैत वेदांतामधिल प्रमुख ग्रंथांचे मराठीतुन वाचन प्रसिद्ध करण्याचा आमचा मनोदय आहे. ह्याचा लाभ सर्व मराठी भाषिकांना होईल हिच भगवान चरणी प्रार्थना.

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Episodes

Saturday Dec 08, 2018

न द्वेष्ट्यकुशलं कर्म कुशले नानुषज्जते। त्यागी सत्त्वसमाविष्टो मेधावी छिन्नसंशयः।।18.10।।
न हि देहभृता शक्यं त्यक्तुं कर्माण्यशेषतः। यस्तु कर्मफलत्यागी स त्यागीत्यभिधीयते।।18.11।।
अनिष्टमिष्टं मिश्रं च त्रिविधं कर्मणः फलम्। भवत्यत्यागिनां प्रेत्य न तु संन्यासिनां क्वचित्।।18.12।।

Tuesday Nov 27, 2018

यज्ञदानतपःकर्म न त्याज्यं कार्यमेव तत्। यज्ञो दानं तपश्चैव पावनानि मनीषिणाम्।।18.5
एतान्यपि तु कर्माणि सङ्गं त्यक्त्वा फलानि च। कर्तव्यानीति मे पार्थ निश्िचतं मतमुत्तमम्।।18.6
नियतस्य तु संन्यासः कर्मणो नोपपद्यते। मोहात्तस्य परित्यागस्तामसः परिकीर्तितः।।18.7
दुःखमित्येव यत्कर्म कायक्लेशभयात्त्यजेत्। स कृत्वा राजसं त्यागं नैव त्यागफलं लभेत्।।18.8
कार्यमित्येव यत्कर्म नियतं क्रियतेऽर्जुन। सङ्गं त्यक्त्वा फलं चैव स त्यागः सात्त्विको मतः।।18.9
 

Sunday Nov 11, 2018

Following Shlokas are covered: 
त्याज्यं दोषवदित्येके कर्म प्राहुर्मनीषिणः। यज्ञदानतपःकर्म न त्याज्यमिति चापरे।।18.3।।
निश्चयं श्रृणु मे तत्र त्यागे भरतसत्तम। त्यागो हि पुरुषव्याघ्र त्रिविधः संप्रकीर्तितः।।18.4।।
 
 
 

Sunday Nov 11, 2018

What is covered:
1. Introduction to 18th chapter by Swami Swaroopananda ji.
2. Shlok 1: 
अर्जुन उवाचसंन्यासस्य महाबाहो तत्त्वमिच्छामि वेदितुम्। त्यागस्य च हृषीकेश पृथक्केशिनिषूदन।।18.1।।
 
Marathi Text Courtesy: Gita Supersite IIT Kanpur.

Sunday Nov 11, 2018

What is covered
श्री भगवानुवाचकाम्यानां कर्मणां न्यासं संन्यासं कवयो विदुः।सर्वकर्मफलत्यागं प्राहुस्त्यागं विचक्षणाः।।18.2।।
Marathi Text Courtesy: Gita Supersite IIT Kanpur

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